(हरिद्वार) 11जून,2024.
चारधाम यात्रा की अवधि के कारण हरिद्वार में पहले से ही पर्यटकों की की अधिक संख्या मौजूद है। अब 16 जून,2024 को प्रमुख स्नान पर्व “गंगा दशहरा” भी प्रशासन की परीक्षा लेगा। हालांकि इसके लिए पुलिस प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी है। वृहद यातायात डाईवर्ट प्लान के साथ ही पूरे मेला क्षेत्र को अलग-अलग जोन व सेक्टरों में बांटने की तैयारी है।
प्रत्येक वर्ष ज्येष्ठ महीने के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को गंगा दशहरा का पावन पर्व मनाया जाता है। वैदिक पंचांग के अनुसार इस वर्ष ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि 16 जून की रात्रि दो बजकर 32 मिनट से लेकर 17 जून की सुबह चार बजकर 45 मिनट तक रहेगी। इसलिए उदया तिथि के अनुसार इस वर्ष गंगा दशहरा का पर्व 16 जून को मनाया जायेगा।
गौरतलब है कि ‘गंगा दशहरा’ नाम में ‘दशहरा’ शब्द का तात्पर्य मनुष्य के दस विकारों के नाश से है। शास्त्रों के अनुसार गंगा अवतरण के इस पावन दिवस पर गंगा जी में स्नान कर शुद्ध मन से भक्तिपूर्वक उपासना करने वाले भक्तों को मां गंगा दस प्रकार के पापों से छुटकारा दिलाकर उपकृत करती हैं। मनुष्य के जीवन के उन दस प्रकार के पापों में 3 प्रकार के दैहिक कर्मों जनित पाप माने गये हैं, जबकि 4 प्रकार के पाप वाणी द्वारा किये जाने वाले एवं 3 अन्य प्रकार के पापों को मानसिक यानी विचार जनित माना गया है।
वर्ष के इस प्रमुख स्नान पर्व पर देश के विभिन्न हिस्सों से लाखों लोग स्नान हेतु हरिद्वार पहुंचते हैं। गतवर्ष यह आंकड़ा 28 लाख रहा था।