(नई दिल्ली) दिसंबर,2025.
राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस प्रतिवर्ष 14 दिसंबर को मनाया जाता है। इसका उद्देश्य ऊर्जा संरक्षण के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने और ऊर्जा दक्षता में राष्ट्र की उपलब्धियों को उजागर करना है। इस अवसर पर राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु 14 दिसंबर, 2025 को नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम की मुख्य अतिथि होंगी। राष्ट्रपति सभा को संबोधित करेंगी और राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार (एनईसीए) 2025 और ऊर्जा संरक्षण पर राष्ट्रीय चित्रकला प्रतियोगिता 2025 के विजेताओं को सम्मानित करेंगी.
केंद्रीय विद्युत और आवास एवं शहरी कार्य मंत्री श्री मनोहर लाल उपस्थित लोगों को संबोधित करेंगे। विद्युत राज्य मंत्री श्री श्रीपाद नाइक, विद्युत मंत्रालय के सचिव श्री पंकज अग्रवाल और विद्युत विद्युत दक्षता (बीईई) के महानिदेशक श्री धीरज कुमार श्रीवास्तव भी इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे।
राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार 2025:
विद्युत मंत्रालय के मार्गदर्शन में ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (बीईई) राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस के अवसर पर ऊर्जा दक्षता और उसके संरक्षण के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए ऊर्जा संरक्षण पुरस्कारों से सम्मानित करके ऊर्जा खपत को कम करने के औद्योगिक इकाइयों, संस्थानों और प्रतिष्ठानों के प्रयासों को मान्यता देने के साथ-साथ प्रोत्साहन देने का काम भी करता है।
राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार (एनईसीए) 2025 के लिए आवेदन खुले विज्ञापन के माध्यम से आमंत्रित किए गए थे। इसमें उद्योग, परिवहन, भवन, संस्थान, उपकरण, ऊर्जा संरक्षण पेशेवर और प्रभावशाली व्यक्ति/सामग्री निर्माता, और नवाचार के तहत अनुमोदित श्रेणियों से भागीदारी को प्रोत्साहित किया गया था।
राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार 2025 के लिए कुल 680 आवेदन प्राप्त हुए। राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार 2025 पुरस्कार संरचना में 7 व्यापक श्रेणियों के अंतर्गत 28 उपक्षेत्र शामिल हैं।
इस वर्ष, ऊर्जा संरक्षण पर राय बनाने और जागरूकता फैलाने में प्रभावशाली व्यक्तियों की बढ़ती भूमिका को मान्यता देने के लिए सोशल मीडिया प्रभावशाली व्यक्तियों और डिजिटल सामग्री रचनाकारों के लिए एक नई श्रेणी शुरू की गई है।
ऊर्जा संरक्षण पर राष्ट्रीय चित्रकला प्रतियोगिता 2025:
विद्युत मंत्रालय के मार्गदर्शन में ऊर्जा दक्षता ब्यूरो वर्ष 2005 से ऊर्जा संरक्षण पर राष्ट्रीय चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन कर रहा है। ऊर्जा संरक्षण के प्रति बच्चों के मन में सकारात्मक बदलाव लाने के उद्देश्य से यह प्रतियोगिता विद्यालय स्तर, राज्य/केंद्र शासित प्रदेश स्तर और राष्ट्रीय स्तरतीन चरणों में आयोजित की जाती है।(साभार एजेंसी)
