(देहरादून )19जुलाई,2025.
उत्तराखंड के राजकीय महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), इमर्जिंग टेक्नोलॉजी, डाटा साइंस और उद्यमिता जैसे भविष्योन्मुखी विषयों में दक्ष बनाया जायेगा। इसके लिये उच्च शिक्षा विभाग ने इंफोसिस, नैसकॉम व वाधवानी ग्रुप जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के साथ समझौता (एमओयू) किया है। छात्र-छात्राओं को इन संस्थानों के पाठ्यक्रमों के चयन का विकल्प दिया गया है और वे अपनी नियमित पढ़ाई के साथ इन कोर्सों को कर सकेंगे।
निदेशक उच्च शिक्षा प्रो. कमल किशोर पाण्डे के अनुसार, प्रदेश के राजकीय महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों में एनसीआरएफ (नेशनल क्रेडिट फ्रेमवर्क) की गाइडलाइन के अनुरूप इस शैक्षणिक सत्र से डिजिटल कौशल व उद्यमिता जैसे पाठ्यक्रम प्रभावी रूप से लागू किए गए हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इमर्जिंग टेक्नोलॉजी और जीवन कौशल जैसे कोर्स छात्रों को आसानी से उपलब्ध हों, इसके लिए सेतु आयोग के सहयोग से इंफोसिस, नैसकॉम व वाधवानी ग्रुप के साथ त्रिपक्षीय एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि छात्र-छात्राओं को इंफोसिस, नैसकॉम व वाधवानी ग्रुप के पाठ्यक्रमों में से किसी का भी चयन करने का विकल्प दिया गया है। इसके अलावा, जो छात्र संशोधित पाठ्यक्रम के अंतर्गत नहीं आते हैं, उन्हें भी इन कौशल पाठ्यक्रमों को पढ़ने का अवसर दिया गया है, ताकि वे तकनीकी दक्षता प्राप्त कर अपने कौशल को नई ऊँचाइयों तक ले जा सकें।
प्रो. पाण्डे ने बताया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इमर्जिंग टेक्नोलॉजी और एंटरप्रेन्योरशिप एंड न्यू वेंचर क्रिएशन का कोर्स किसी भी स्ट्रीम का छात्र अपने प्रथम वर्ष से ही प्रोग्रेसिव मोड में कर सकता है। वहीं, वाधवानी समूह द्वारा संचालित जीवन कौशल का कोर्स अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए उपलब्ध होगा, जिसे यूजीसी ने भी मान्यता दी है। महाविद्यालयों व विश्वविद्यालय परिसरों में अध्ययनरत अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राएं भी इन कोर्सों का लाभ ले सकेंगे।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कला और मानविकी वर्ग के छात्र-छात्राओं के लिए एक सेमेस्टर में डाटा साइंस का कोर्स अनिवार्य किया गया है। इससे छात्र-छात्राएं निर्धारित क्रेडिट के अतिरिक्त भी क्रेडिट अर्जित कर सकेंगे, जो उनके अंक प्रमाण पत्र में दर्शाए जायेंगे।
इस संबंध में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि,सूबे के युवाओं को कौशल युक्त शिक्षा देना राज्य सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। छात्र-छात्राओं के करियर की दिशा तय करने वाले विशेष पाठ्यक्रमों – आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इमर्जिंग टेक्नोलॉजी, डाटा साइंस व एंटरप्रेन्योरशिप एंड न्यू वेंचर क्रिएशन – के लिए देश के प्रतिष्ठित शैक्षणिक व तकनीकी संस्थानों के साथ अनुबंध किया गया है। उम्मीद है कि प्रदेश का युवा इसका लाभ उठाकर अपने सपनों को साकार करेगा।