देहरादून | मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड को ड्रोन और रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाने की दिशा में राज्य सरकार गंभीरता से प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री सोमवार को देहरादून छावनी स्थित जसवंत ग्राउंड में आयोजित “सूर्या ड्रोन टेक-2025” कार्यक्रम में शामिल हुए और ड्रोन तकनीकों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
यह दो दिवसीय प्रदर्शनी भारतीय सेना की सेंट्रल कमांड और सोसाइटी ऑफ इंडियन डिफेंस मैन्युफैक्चरर्स (SIDM) के सहयोग से आयोजित की जा रही है, जिसमें देश में विकसित अत्याधुनिक ड्रोन प्रौद्योगिकियों को प्रदर्शित किया गया। यह पहल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “आत्मनिर्भर भारत” अभियान से प्रेरित है।
मुख्यमंत्री धामी ने ड्रोन तकनीक को उत्तराखंड जैसे भौगोलिक रूप से संवेदनशील राज्य के लिए आपदा राहत कार्यों में “वरदान” बताया और युवाओं से तकनीकी विशेषज्ञता विकसित करने की अपील की। उन्होंने कहा कि सरकार की नई औद्योगिक नीतियों में रक्षा उत्पादन और टेक्नोलॉजी इनोवेशन को प्राथमिकता दी गई है।
“उत्तराखंड को डिफेंस प्रोडक्शन हब के रूप में स्थापित करने और राज्य को ड्रोन मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने का हमारा संकल्प है। इसके लिए युवाओं में टेक्नोलॉजी के प्रति रुझान और नवाचार को बढ़ावा देना हमारी प्राथमिकता है,” — मुख्यमंत्री धामी
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि ड्रोन तकनीक केवल सैन्य उपयोग तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका उपयोग कृषि, शिक्षा, सुरक्षा और नागरिक आपात स्थितियों में भी क्रांतिकारी बदलाव ला रहा है।
सूर्या ड्रोन टेक-2025 कार्यक्रम में ड्रोन विशेषज्ञ, स्टार्टअप्स, MSMEs, NCC कैडेट्स और स्कूली छात्र भी शामिल रहे, जिससे यह आयोजन तकनीकी शिक्षा, नवाचार और प्रतिभा को जोड़ने वाला एक महत्वपूर्ण मंच बन गया।