बेरोजगारी के समाधान व पलायन को रोकने में सहयोगी सिद्ध होंगे निवेशक : सौरभ बहुगुणा

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डेस्टिनेशन उत्तराखण्ड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट – 2023 ‘‘मैन्युफैक्चरिंगः की इंजन ऑफ इकोनॉमिक ग्रोथ’’ विषय पर आयोजित सेक्टोरल सेशन में उत्तराखण्ड में उद्यम स्थापित कर चुके उद्यमियों और निवेश के इच्छुक नये उद्यमियों तथा उनके प्रतिनिधियों द्वारा आज अपने-अपने अनुभव, विचार और सुझाव साझा किये। सेशन की अध्यक्षता कर रहे उत्तराखण्ड के कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा ने उद्यमियों का स्वागत करते हुए बताया कि उत्तराखण्ड सरकार द्वारा विभिन्न सैक्टर में अनेक अवसंचनात्मक सुधार किये गये हैं, और किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने अनेक पुरानी नीतियों में समय सापेक्ष बदलाव किये हैं तथा विभिन्न उद्यमियों और निवेशकों के सुझावों के आधार पर अलग-अलग क्षेत्रों में अभिनव पॉलिसी भी लाई है। उन्होंने कहा कि हम सभी निवेशकों का उत्तराखण्ड की दो सर्वप्रमुख ज्वलंत समस्याओं, पहाड़ से हो रहे पलायन और बेरोजगारी के समाधान में भागीदार बनाना चाहते हैं।

पुरानी नीतियों में समय सापेक्ष बदलाव किये हैं Saurabh Bahuguna
इस दौरान सचिव उद्योग विनय शंकर पाण्डेय ने सभी निवेशकों का स्वागत करते हुए उत्तराखण्ड सरकार द्वारा उत्तराखण्ड को आकर्षक निवेश स्थल के रूप में स्थापित करने के लिये किये गये विभिन्न सुधारों से अवगत कराया। आखिर हर कोई उत्तराखण्ड में क्यों निवेश करना चाहता है, इसके कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा हाल ही में विभिन्न क्षेत्रों में 27 नई नीतियां लाई गई है, पुराने एमएसएमई नीति में संशोधन किये गये हैं तथा अनेक सेक्टर में अंब्रैला पॉलिसी कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में सस्ता और आसानी से कर्मठशील श्रमबल उपलब्ध है, यहां लेबर डिस्प्यूट से संबंधित मामले भी नहीं है तथा सरकार बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करने पर युद्धस्तर पर कार्य कर रही है।
सेशन के दौरान उद्यमियों और निवेशकों द्वारा अपने अनुभव और सुझाव किये गये। अकुम्स ड्रग्स एंड फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक संदीप जैन, गोदरेज ग्रुप से राकेश स्वामी, टेक्योन ऑटोमोटिव प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नमन गांधी और जेबीएम ग्रुप के अध्यक्ष बी.बी. गुप्ता द्वारा अपने-अपने उद्यमशीलता सेक्टर से संबंधित विचार और अनुभव साझा करते हुए उत्तराखण्ड को एक आकर्षक निवेश स्थल के रूप में बताया तथा हर किसी ने उत्तराखण्ड में उद्यम स्थापित करने में विशेषकर फार्मा, ऑटो, हेल्थ एवं वेलनेस, हॉस्पिटल, आयुर्वेद, एरोमा, फुटलूज इंडस्ट्री आदि क्षेत्रों में उद्यम स्थापित करने में विशेष रुचि दिखायी। निवेशक उत्तराखण्ड सरकार द्वारा पुरानी नीतियों में किये गये बदलाव, समय के अनुकूल कई सैक्टर्स में लायी गयी अभिनव पॉलिसी, सस्ता, मेहनतकश और समर्पित स्किल्ड श्रमबल, शुद्ध आबोहवा और यहाँ के लोगों में आत्मीयता से प्रभावित दिखे।
सेक्टोरल सेशन के अंतिम चरण में महानिदेशक उद्योग रोहित मीणा द्वारा सेशन में उपस्थित उद्यमियों, निवेशकों और उनके प्रतिनिधियों को धन्यवाद ज्ञापित किया गया।आपको बता दें कि इन्वेस्टर्स समिट में 44 हज़ार करोड़ से अधिक के एमओयू साइन किए गए हैं। मुख्य रूप से Ev (इलेक्ट्रिक व्हेकल्स), ⁠रियल एस्टेट, ⁠हेल्थ केयर, ⁠हायर एजुकेशन, ⁠पर्यटन, फिल्म, आयुष और ऊर्जा क्षेत्रों में निवेश के लिए एमओयू किए गए।

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