(नैनीताल)20दिसम्बर,2024.
उत्तराखंड कृषि उत्पादन विपणन बोर्ड (मंडी परिषद) की ओर से रामनगर मंडी समिति परिसर में इंटीग्रेटेड पैक हाउस बनाने की कवायद की जा रही है। इसमें लगने वाली मशीन में किसानों के फल-सब्जियों व अन्य उत्पादों की शार्टिंग ग्रेडिंग की जाएगी। इसके साथ ही पैकेजिंग के साथ ही मंडी की ओर से उत्पादों को ब्रांड दिया जाएगा। मंडी कृषि उपजों की बिक्री करने वाली बड़ी कंपनी से करार करेगी और यह कंपनी उपजों को किसानों से खरीदकर सही दाम देगी। इसका फायदा पर्वतीय क्षेत्रों के किसानों को होगा।
दरअसल, रामनगर कुमाऊं और गढ़वाल का प्रवेश द्वार माना जाता है। इनमें आम, लीची, माल्टा, संतरा, नींबू, जामुन के अलावा मटर, गोभी, शिमला मिर्च, आलू, प्याज, टमाटर, मिर्च, बैंगन, भिंडी, बीन्स, हरी सब्जियां, अदरक सहित तमाम सब्जियां व दालें भी बिकती हैं। मंडी परिषद ने किसानों को उपज की शार्टिंग ग्रेडिंग, पैकेजिंग कर गुणवत्ता के अनुसार दाम दिलाने के लिए इंटीग्रेटेड पैक हाउस स्थापित करने की योजना बनाई है। ए,बी, सी ग्रेड के अनुसार उपज को सही दाम मिलेगा। 20 करोड़ की लागत से 3300 वर्ग मीटर जमीन पर यह प्रोजेक्ट लगाया जाएगा।
मंडी परिषद की ओर से इसका डिजाइन बनाया गया है और इसका फाइनल टच दिया जा रहा है। मंडी परिषद के अनुसार इस यूनिट के लगने से खासतौर पर पहाड़ के कास्तकारों को फायदा होगा। ऐसे किसान जो उपज का सही दाम नहीं पाते थे, उनको मंडी बाजार मुहैया कराकर उपज का सही दाम दिलाएगी।
चार कोल्ड स्टोरेज और फ्रोजन स्टोर बनेगा
मंडी परिषद के अनुसार इस यूनिट में चार कोल्ड स्टोरेज बनाए जाएंगे। इनकी क्षमता 120-120 मीट्रिक टन की होगी। यहां पर किसान तय शुल्क देकर अपने उत्पाद रख सकेंगे। इसके अलावा एक हजार मीट्रिक टन क्षमता का फ्रोजन स्टोर भी बनाया जाएगा। इसमें मटर, मांस और आइसक्रीम रखने की सुविधा होगी। इस यूनिट के संचालन में बिजली की खपत कम हो, इसके लिए सोलर प्लांट लगाया जाएगा।
प्रोजेक्ट में राइपिंग चैंबर भी किया है प्रस्तावित:
मंडी के प्रोजेक्ट में राइपिंग चैंबर को भी प्रस्तावित किया गया है। इसकी क्षमता 15 मीट्रिक टन की होगी। मंडी अधिकारियों के अनुसार चैंबर में कच्चा पपीता, आम, केला व अन्य फलों को पकाया जा सकेगा। कई बार मंडी में कच्चे केले व आम आ जाते हैं। इनको जल्द पकाने की सुविधा इस चैंबर में होगी।
इन विकासखंडों के कास्तकार होंगे लाभांवित:
पौड़ी गढ़वाल के नैनीडांडा, अल्मोड़ा जिले के सल्ट, स्याल्दे, चौखुटिया व नैनीताल जिले के बेतालघाट, कोटाबाग, ऊधमसिंहनगर का काशीपुर ब्लाॅक।
20 करोड़ से बनने वाले इंटीग्रेटेड पैक हाउस मे किसानों की उपजों की ग्रेडिंग, पैकेजिंग के साथ ही मंडी ब्रांड भी उपलब्ध कराएगा। इसके साथ ही कृषि उपजों की बिक्री करने वाली किसी बड़ी कंपनी से मंडी का अनुबंध होगा। यह कंपनी ग्रेड के अनुसार उपज का भुगतान किसानों को करेगी। इसके शुल्क तय करने के लिए नियमावली बनाई जाएगी और आउटसोर्स से यूनिट का संचालन होगा। प्रोजेक्ट का डिजाइन मंजूर होने के लिए नेशनल सेंटर फॉर कोल्ड चेन डेवलपमेंट को भेजा गया है(साभार एजेंसी)