(नई दिल्ली) 17सितंबर,2024.
वर्ष 1953 से हर साल 14 सितंबर को हिन्दी दिवस मनाया जाता है। इसके उपलक्ष्य में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी), भारत ने आज से हिन्दी पखवाड़ा शुरू किया। इसका उद्घाटन करते हुए एनएचआरसी के महासचिव श्री भरत लाल ने कहा कि हिन्दी भाषा देश के लोगों को आपस में जोड़ती है। देश के स्वतंत्रता संग्राम में हिन्दी भाषा ने अहम भूमिका निभाई थी।
उन्होंने कहा कि एक भाषा समाज की संस्कृति को दर्शाती है। इसलिए भारतीय संस्कृति और समाज के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए हिन्दी और सभी क्षेत्रीय भाषाओं के उपयोग को बढ़ावा देना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि हम सभी को हिन्दी भाषा के साथ-साथ कम से कम एक क्षेत्रीय भाषा सीखने की कोशिश करनी चाहिए। हम सभी के लिए मातृभाषा में अभिव्यक्ति हमेशा आसान, अधिक व्यक्तिगत और हमारे विचारों के प्रति सच्ची होती है, इसलिए इसे भी सीखना चाहिए।
इस अवसर पर एनएचआरसी के संयुक्त सचिव श्री देवेंद्र कुमार निम ने कहा कि एक भाषा राष्ट्रीय पहचान बनाती है। इसलिए, हमारे दैनिक जीवन और सरकारी कामकाज में राजभाषा के प्रयोग को बढ़ावा देना सामूहिक जिम्मेदारी है। संविधान सभा द्वारा हिन्दी को राजभाषा के रूप में अपनाये जाने की स्मृति में हिन्दी दिवस मनाया जाता है। आयोग अपने अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए अपने कामकाज में हिन्दी के प्रयोग को बढ़ावा देने के लिए पखवाड़े के दौरान कई प्रतियोगिताएं आयोजित कर रहा है(साभार PIB)