वाणिज्य मंत्री श्री पीयूष गोयल ने डब्ल्यूटीओ के महानिदेशक से मुलाकात की

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(नई दिल्ली)16जुलाई,2024.

भारत-ईएफटीए व्यापार एवं आर्थिक साझेदारी समझौते (टीईपीए) के कार्यान्वयन के संबंध में ज्यूरिख की अपनी यात्रा के पहले दिन, केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने महत्वपूर्ण बैठकों की एक श्रृंखला में भाग लिया। इन बैठकों में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में भारत की विकास कहानी पर प्रकाश डाला गया। केन्द्रीय मंत्री श्री गोयल ने विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) के महानिदेशक के साथ उच्चस्तरीय चर्चा, भारतीय प्रवासियों के साथ बातचीत और व्यापार एवं निवेश की दृष्टि से व्यवसाय एवं उद्योग जगत के लिए भारत को एक आकर्षक गंतव्य के रूप में प्रस्तुत करते हुए संभावित निवेशकों के साथ बातचीत करके यात्रा के पहले दिन को बेहद सार्थक बनाया।

श्री पीयूष गोयल ने डब्ल्यूटीओ के महानिदेशक डॉ. नगोजी ओकोन्जो-इवेला के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। उन्होंने डब्ल्यूटीओ के 13वें मंत्रिस्तरीय सम्मेलन के बाद से चल रही वार्ताओं और उनमें हुई प्रगति पर चर्चा की। बातचीत के दौरान निष्पक्ष एवं सार्थक व्यापार परिणाम हासिल करने और सदस्य देशों के बीच मुक्त एवं न्यायसंगत व्यापार सुनिश्चित करने के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया गया।

केन्द्रीय मंत्री ने ज्यूरिख में प्रवासी भारतीय समुदाय के प्रमुख सदस्यों से मुलाकात की। उन्होंने स्विस अर्थव्यवस्था और भारत-स्विस संबंधों में उनके बहुमूल्य योगदान को स्वीकार करते हुए उन्हें भारत में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व और नव-हस्ताक्षरित भारत-ईएफटीए टीईपीए के तहत उपलब्ध व्यापक अवसरों पर प्रकाश डाला।

श्री पीयूष गोयल ने एमएससी कार्गो के प्रतिनिधियों सहित प्रमुख व्यापारिक हस्तियों और संभावित निवेशकों से मुलाकात की। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में संभावित सहयोग और निवेश के अवसरों पर चर्चा की, जिसका उद्देश्य भारत की प्रगति एवं विकास का समर्थन करने हेतु निवेश को आकर्षित करना और साझेदारी को बढ़ावा देना है।

केन्द्रीय मंत्री ने ज्यूरिख हवाई अड्डे के निदेशक मंडल के अध्यक्ष श्री जोसेफ फेल्डर सहित ज्यूरिख हवाई अड्डे के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक सार्थक बैठक की। उन्होंने भारत में हवाई अड्डों से जुड़े बुनियादी ढांचे को उन्नत करने और सहायक हवाई सेवाओं को आगे बढ़ाने में सहयोग के अवसरों की तलाश की। चर्चा भारतीय विमानन क्षेत्र में उल्लेखनीय सुधार हेतु सर्वोत्तम कार्यप्रणालियों एवं नवाचारों का लाभ उठाने पर केन्द्रित थी।(साभारPIB)

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