(देहरादून)12 दिसंबर, 2025.
उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय और कुमाऊं रेजिमेंट के बीच कौशल आधारित स्नातक एवं परास्नातक कार्यक्रमों को लेकर एमओयू साइन किया गया। यह समझौता सैन्य अधिकारियों, जवानों, अग्निवीरों और सैनिक आश्रितों को उच्च शिक्षा और कौशल विकास के नए अवसर उपलब्ध कराएगा। इसी अवसर पर कुमाऊं रेजिमेंट सेंटर, रानीखेत में विश्वविद्यालय के डिस्टेंस लर्निंग सेंटर की औपचारिक शुरुआत भी की गई।
मुक्त विश्वविद्यालय द्वारा संचालित दूरस्थ शिक्षा अभियान के तहत हुए इस एमओयू के माध्यम से सैन्य समुदाय को एस्टेट मैनेजमेंट, हॉस्पिटालिटी मैनेजमेंट, डिजिटल लिटरेसी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, कंप्यूटर विज्ञान और नैनो प्रौद्योगिकी जैसे आधुनिक कौशल आधारित कार्यक्रमों का लाभ मिलेगा।
कार्यक्रम में कुमाऊं रेजिमेंट सेंटर के कमांडेंट ब्रिगेडियर संजय कुमार यादव ने कहा कि यह पहल सैन्य अधिकारियों, जवानों और विशेषकर अग्निवीरों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इससे उन्हें न केवल सेवा काल में बल्कि सेवा उपरांत भी बेहतर करियर अवसर प्राप्त होंगे। उन्होंने स्किल एन्हांसमेंट कोर्सेज की उपयोगिता और भविष्यगत महत्त्व पर विस्तार से प्रकाश डाला।
इस दौरान मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नवीन चन्द्र लोहनी ने कहा कि रेजिमेंट द्वारा सुझाए गए सभी कौशल आधारित पाठ्यक्रम प्राथमिकता से विकसित किए जाएंगे। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह समझौता सैन्य समुदाय के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और कौशल विकास का नया अध्याय साबित होगा।
कार्यक्रम में प्रो. गिरीजा पाण्डेय ने विश्वविद्यालय द्वारा स्थापित किए जाने वाले अध्ययन केंद्रों की सुविधाओं और उपयोगिताओं की विस्तृत जानकारी साझा की।
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय और कुमाऊं रेजिमेंट के बीच हुआ यह एमओयू राज्य सरकार की “सभी तक उच्च शिक्षा” की प्रतिबद्धता को मजबूत करता है। उन्होंने कहा कि इस समझौते से सैन्य अधिकारियों, जवानों, अग्निवीरों और सैनिक आश्रितों को कौशल आधारित उच्च शिक्षा उपलब्ध होगी, जिससे वे अधिक सक्षम, आत्मनिर्भर और प्रतिस्पर्धी बन सकेंगे।
इस अवसर पर कुलपति प्रो. लोहनी, कुलसचिव खेमराज भट्ट, प्रो. गिरीजा पाण्डेय,डॉ.जे.एस. रावत, रूचि आर्य सहित कुमाऊं रेजिमेंट और विश्वविद्यालय के अधिकारी मौजूद रहे।
