(देहरादून)11दिसंबर,2025
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में आयोजित जेल विकास बोर्ड की बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्य की सभी जेलों में ‘एक जेल–एक प्रोडक्ट’ की अवधारणा को प्रभावी रूप से लागू किया जाए। उन्होंने कहा कि कारागारों में निरुद्ध बंदियों के कौशल विकास के लिए नियमित प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएं तथा आईटीआई के माध्यम से भी विभिन्न ट्रेडों का प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाए, ताकि बंदियों के पुनर्वास और आत्मनिर्भरता के प्रयासों को गति मिल सके।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि जेलों में बनाये गए उत्पादों का सरकारी कार्यालयों में उपयोग किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे समय-समय पर जेलों में भोजन व्यवस्थाओं को भी देखें। बैठक में निर्णय लिया गया कि केन्द्रीय कारागार सितारगंज, जिला कारागार अल्मोड़ा, पौड़ी, टिहरी, उप कारागार हल्द्वानी और रूड़की में लॉंड्री मशीन की स्थापना की जाएगी। जिला कारागार देहरादून और हरिद्वार में इसकी स्थापना से अच्छे परिणाम आए थे। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि कारागारों में चिकित्सकों की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
बैठक में प्रदेश की खुली जेल सितारगंज में कच्ची घानी सरसों तेल संयंत्र की स्थापना पर सहमति बनी। सितारगंज और हरिद्वार जेल में मशरूम फार्मिंग की सहमति भी दी गई। बैठक में जानकारी दी गई कि जिला कारागार हरिद्वार, अल्मोड़ा, केन्द्रीय कारागार सितारगंज और उपकारागार हल्द्वानी में बेकरी यूनिट की स्थापना से लगभग 12 लाख रूपये आय अर्जित हुई है। सितारगंज खुली जेल में गौशाला की स्थापना से 10 लाख रूपये की आय हुई है।
बैठक में प्रमुख सचिव श्री आर.के सुधांशु, सचिव गृह श्री शैलेश बगोली, अपर पुलिस महानिदेशक कारागार श्री अभिनव कुमार, सचिव श्री सी. रविशंकर एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
