(देहरादून)06जून जून,2025.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा के निर्देशन में ऊधमसिंहनगर पुलिस ने संगठित साइबर अपराध में लिप्त एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश करते हुए छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है जबकि चार अन्य फरार चल रहे हैं। मामला 29 मई 2025 को सामने आया जब हरबंस लाल नामक व्यक्ति ने भारतीय स्टेट बैंक की किच्छा रोड शाखा, रुद्रपुर में अपने खाते से ₹49,999.99 की ठगी की शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के आधार पर थाना रुद्रपुर में FIR संख्या 254/2025, धारा 318(4), BNS के तहत मामला दर्ज कर विवेचना शुरू की गई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एवं पुलिस अधीक्षक अपराध द्वारा त्वरित कार्रवाई के निर्देश के बाद साइबर सेल और सर्विलांस टीम ने जांच शुरू की। जांच में सामने आया कि हरबंस लाल के खाते से निकली रकम मनोज सैनी के IDBI बैंक खाते में UPI से भेजी गई थी।
जांच के दौरान पुलिस ने मनोज सैनी और अजय सैनी को काशीपुर से 30 मई को गिरफ्तार किया, जिनकी पूछताछ में पता चला कि उन्होंने अपना बैंक खाता, एटीएम, सिम कार्ड और चेक बुक सत्यपाल सिंह और पुष्पेन्द्र उर्फ पोरस कुमार को दिए थे। इन खातों से करीब तीन करोड़ रुपये का लेन-देन हुआ था। पुलिस ने 5 जून को एक मुखबिर की सूचना पर सत्यपाल सिंह और पोरस कुमार को रामपुर रोड फ्लाईओवर के पास से गिरफ्तार किया। इनकी निशानदेही पर विशुराज मौर्या उर्फ व्योम मौर्या और रितिक सोलंकी को भी गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि वे ऑनलाइन गेमिंग और अन्य साइबर धोखाधड़ी के जरिए अर्जित धन को विभिन्न खातों में ट्रांसफर करते थे, जिनके लिए खाताधारकों को कमीशन दिया जाता था। सत्यपाल ने यह भी बताया कि उसने अपना IDBI और केनरा बैंक खाता किराए पर चलवाया था, जिसके लिए उसे ₹90,000 का कमीशन मिला था।
इनके कब्जे से कुल 9 मोबाइल फोन, 15 सिम कार्ड, 1 डोंगल, 4 पासबुक, 13 चेक बुक, 21 भरे हुए चेक, 12 ATM कार्ड, 2 QR स्कैनर, 1 डायरी, बैंक किट, एक मोटरसाइकिल और एक स्विफ्ट कार बरामद की गई। अभियुक्तों के खिलाफ मुकदमे में अब धारा 3(5), 111 BNS की बढ़ोतरी की गई है। इस संगठित गिरोह में शामिल अन्य फरार अभियुक्तों—रोहित कुमार, बसंत, रोहित सोनी और शेरु चौहान—की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें लगातार दबिश दे रही हैं।
इस सफलता में व0उ0नि0 ललित मोहन रावल, उ0नि0 प्रदीप कोहली, प्रियांशु जोशी, नवीन जोशी, म0उ0नि0 रीता चौहान, महिला कांस्टेबल ज्योति चौधरी व पूजा, कांस्टेबल महेंद्र कुमार, महेश राम, जगदीश पाठक, विजयपाल, गणेश धानिक, पूरन राम, अमित कुमार, कैलाश तोमक्याल, धीरेंद्र कुमार और ग्राम प्रहरी देवेंद्र शर्मा की अहम भूमिका रही।
इस सराहनीय कार्रवाई के लिए एसएसपी मणिकांत मिश्रा द्वारा पूरी पुलिस टीम को ₹5000 का नकद पुरस्कार प्रदान किया गया है।