(देहरादून)28नवंबर,2025
उत्तराखंड राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता को उन्नत करने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) और जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डायट) के लिए पृथक शिक्षक संवर्ग के गठन का निर्णय लिया गया है, जिसके लिए विभागीय स्तर पर नियमावली तैयार कर ली गई है और इसे शीघ्र ही कैबिनेट में प्रस्तुत किया जाएगा। इसके साथ ही समग्र शिक्षा के अंतर्गत राज्यभर में उच्चीकृत विद्यालयों में नए पदों के सृजन की कार्यवाही भी शुरू की जाएगी, जिसके लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दे दिए गए हैं।
विद्यालयी शिक्षा मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने आज यमुना कॉलोनी स्थित सरकारी आवास पर विभागीय समीक्षा बैठक की। बैठक में एससीईआरटी व डायट के प्रशासनिक और शैक्षणिक ढांचे को पुनर्गठित करते हुए पृथक शिक्षक संवर्ग के गठन पर विस्तृत चर्चा की गई। मंत्री रावत ने कहा कि राज्य गठन के बाद पहली बार इन संस्थानों के ढांचे में बड़े स्तर पर सुधार की पहल की जा रही है, जिसके फलस्वरूप शिक्षण व प्रशिक्षण की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार होगा और छात्र-छात्राओं को सीधा लाभ प्राप्त होगा।
डॉ.रावत ने जानकारी दी कि एससीईआरटी में कुल 121 पदों का पुनर्गठन किया गया है, जिनमें 58 अकादमिक और 63 पैरा अकादमिक पद शामिल हैं। इसी प्रकार डायट के लिए भी नई संरचना बनाई गई है। उन्होंने कहा कि नई नियमावली के तहत लंबे समय से रिक्त पड़े अकादमिक एवं पैरा अकादमिक पदों को शीघ्र भरा जाएगा जिससे प्रशिक्षकों व शिक्षा विशेषज्ञों की उपलब्धता बढ़ेगी और प्रशिक्षण प्रणाली अधिक प्रभावी होगी।
बैठक में मंत्री रावत ने यह भी कहा कि समग्र शिक्षा के तहत प्रदेशभर में उच्चीकृत किए गए विद्यालयों में आवश्यकतानुसार नए पद सृजित किए जाएंगे और चतुर्थ श्रेणी की नियुक्तियों में स्थानीय युवाओं को प्राथमिकता दी जाएगी। साथ ही विभाग में अधिकारियों की कमी को शीघ्र दूर करने के लिए भी जरूरी कदम उठाए जाएंगे।
बैठक के दौरान सचिव विद्यालयी शिक्षा रविनाथ रामन, महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा दीप्ति सिंह, निदेशक माध्यमिक शिक्षा डॉ.मुकुल सती सहित विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
