(देहरादून) 12अगस्त,2025.
उत्तराखंड में मंगलवार को भी कई जगह मूसलाधार बारिश होने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से हरिद्वार, नैनीताल और ऊधमसिंह नगर जिले के कुछ इलाकों में भारी से भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है। जबकि देहरादून, टिहरी, पौड़ी, चंपावत और बागेश्वर जिले के कुछ क्षेत्रों में भारी से भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा अन्य जिलों में भी तेज दौर की बारिश के साथ बिजली और तेज गर्जन होने की संभावना है। आने वाले दिनों की बात करें तो 17 अगस्त तक प्रदेश भर में तेज दौर की बारिश होने के आसार हैं। वहीं, देहरादून और उत्तरकाशी में स्कूल बंद रखे गए हैं।
बाढ़ के खतरे का पूर्वानुमान, सावधानी बरतने का भेजा पत्र
मौसम विज्ञान विभाग के हाईड्रोमेट डिवीजन ने सोमवार से आगामी 24 घंटे में राज्य के बागेश्वर, चंपावत, देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल, पौड़ी गढ़वाल, पिथौरागढ़, टिहरी गढ़वाल, ऊधम सिंह नगर कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने और उससे बाढ़ के खतरे को लेकर पूर्वानुमान जारी किया है। इसके बाद राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने संबंधित जिलों के डीएम को पत्र भेजते हुए सावधानी बरतने को कहा है। वहीं, केंद्रीय जल आयोग ने नदियों के जलस्तर की सूचना जारी की। इसमें सुबह आठ बजे हरिद्वार में गंगा का जल स्तर 292 मीटर(खतरे का जल स्तर 294 मीटर) था, जो स्थिर बना हुआ था।
ऋषिकेश में गंगा का जल स्तर 340.50 मीटर (खतरे का जल स्तर 394.50 मीटर) था, जो बढ़ रहा था। गंगनानी उत्तरकाशी में भागीरथी नदी का जल स्तर 1841.20 मीटर था (यहां पर खतरे का जल स्तर 1844 मीटर है), यहां भी नदी का जल स्तर बढ़ रहा है। हर्षिल में 2492 मीटर पर पहुंच गया, यहां पर जल स्तर बढ़ रहा है। उत्तरकाशी में भागीरथी नदी का जल स्तर 1120.38 मीटर था( यहां पर खतरे का जल स्तर 1123 मीटर है)। यहां पर नदी का जल स्तर घट रहा है। टिहरी डैम का जल स्तर 810. 48 मीटर पर पहुंच गया। यहां पर उच्चतम जल स्तर 830 मीटर है।
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केदारनाथ यात्रा तीन दिन के लिए स्थगित:
मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून की ओर से 12, 13 और 14 अगस्त को जिले में भारी बारिश के अलर्ट को देखते हुए जिला प्रशासन ने केदारनाथ यात्रा पर तीन दिनों के लिए रोक लगा दी है। जिलाधिकारी प्रतीक जैन ने बताया कि सभी विभागों को सतर्क और अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए गए हैं। वार्निंग सिस्टम का परीक्षण किया गया है और नदी किनारे रहने वाले लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की गई है। सुरक्षा को देखते हुए केदारनाथ धाम की यात्रा अगले तीन दिनों के लिए स्थगित कर दी गई है।
सभी राष्ट्रीय राजमार्गों के डेंजर जोन पर 24 घंटे जेसीबी व पोकलेन मशीनें तैनात की गई है ताकि मार्ग बंद होने पर इन्हें तुरंत खोला जा सके। साथ ही पुलिस, लोक निर्माण विभाग और आपदा प्रबंधन टीमों को लगातार अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं। नदी के जलस्तर की लगातार निगरानी की जा रही है।
सौंग, सरयू नदी का जल स्तर बढ़ रहा:
सिंचाई विभाग के बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार दोपहर तीन बजे पिथौरागढ़ चमागढ़ में सरयू और सत्यनारायण में सौंग नदी का जल स्तर बढ़ रहा है। जबकि जोशीमठ में अलकनंदा, जौलजीबी गौरी नदी, मदकोट गौरी नदी और माया कुंड ऋषिकेश में गंगा नदी का जल स्तर कम हो रहा है। इन जगहों पर नदियों का जल स्तर खतरे के जल स्तर के पास पहुंचा हुआ था। चौखुटिया में रामगंगा, कपकोट सरयू, बागेश्वर सरयू, बागेश्वर सरयू और नौ गांव में यमुना नदी का जलस्तर स्थिर बना हुआ है।
प्रदेश में चार राष्ट्रीय राजमार्ग सहित 171 सड़कें बंद:
प्रदेश में बारिश के बाद मलबा आने से चार राष्ट्रीय राजमार्ग सहित 171 सड़कें बंद हैं। इनमें अल्मोड़ा और बागेश्वर की 11-11, चमोली की 21, देहरादून की 14, हरिद्वार की एक, नैनीताल की सात, पौड़ी की 22, पिथौरागढ़ की 18, रुद्रप्रयाग की 24, टिहरी की 22 और उत्तरकाशी जिले की 20 सड़कें शामिल हैं।(साभार एजेंसी)