(देहरादून)30जुलाई,2025.
उत्तराखंड सरकार द्वारा धार्मिक आस्था के नाम पर आम जनमानस को ठगने वाले छद्मवेशी बाबाओं के खिलाफ चलाए जा रहे “ऑपरेशन कालनेमि” अभियान के तहत देहरादून पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। इस अभियान को तेजी से आगे बढ़ाते हुए पुलिस ने 10 फर्जी बाबाओं को गिरफ्तार किया है, जो विभिन्न थाना क्षेत्रों में भेष बदलकर भोले-भाले लोगों को ठगने का प्रयास कर रहे थे।
मुख्यमंत्री उत्तराखंड के निर्देशन में प्रदेशभर में “ऑपरेशन कालनेमि” के तहत ऐसे छद्मवेशधारी व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है, जो धर्म की आड़ में लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। इस क्रम में एसएसपी देहरादून के नेतृत्व में दून पुलिस की ओर से लगातार अभियान चलाया जा रहा है, जिसके तहत 30 जुलाई 2025 को 10 फर्जी बाबाओं को गिरफ्तार किया गया।
ये आरोपी अलग-अलग थाना क्षेत्रों में साधु-संतों और फकीरों का भेष धारण कर लोगों को धार्मिक बातों से भ्रमित कर रहे थे। वे समस्याओं के समाधान का झांसा देकर उनसे पैसे व सामान की मांग कर रहे थे। पकड़े गए ढोंगियों में से 7 आरोपी उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा और कर्नाटक जैसे अन्य राज्यों से हैं, जबकि 3 स्थानीय क्षेत्र के हैं।
गिरफ्तार फर्जी बाबाओं की पहचान इस प्रकार है:
प्रमोद सिंह पुत्र मकरंद सिंह – लखीमपुर खीरी, उत्तर प्रदेश
सोनी सिंह पत्नी प्रमोद सिंह – लखीमपुर खीरी, उत्तर प्रदेश
अभय नाथ पुत्र होरी लाल – हरदोई, उत्तर प्रदेश
दिनेश कुमार दास पुत्र स्व. बैसाखी दास – भागलपुर, बिहार
संजय पुत्र श्री पालूराम – पानीपत, हरियाणा
अनिल कुमार पुत्र संतलाल – हिसार, हरियाणा
एन. अजीत कुमार पुत्र एम. नागराजन – कोलर, कर्नाटक
अशोक कुमार पुत्र जगन – टर्नर रोड, देहरादून
बलवंत बाबा पुत्र सेवाशीष – बेलवाला, हरिद्वार
मयंक कुमार जोशी पुत्र हरीश चन्द्र जोशी – धारानौला, अल्मोड़ा
देहरादून पुलिस की इस कार्रवाई से स्पष्ट है कि अब धार्मिक आस्था के नाम पर धोखाधड़ी करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस प्रशासन आमजन से भी अपील कर रहा है कि ऐसे किसी भी व्यक्ति से सावधान रहें और संदिग्ध गतिविधियों की तुरंत सूचना पुलिस को दें।
यह अभियान भविष्य में भी जारी रहेगा और देवभूमि की धार्मिक पवित्रता को भंग करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।