(देहरादून)22फरवरी,2025.
विद्यार्थी केवल नौकरी की तलाश तक सीमित ना रहें, बल्कि वह कौशल, रचनात्मक सोच और कठोर परिश्रम के बल पर स्टार्टअप शुरू करें और सफल उद्यमी बनें। आज के समय में युवा पीढ़ी के लिए असीम संभावनाएं हैं और यदि वे आत्मनिर्भरता और नवाचार को अपनाएं तो ना केवल अपने लिए बल्कि समाज और राष्ट्र के लिए भी नए अवसरों का सृजन कर सकते हैं। ये बातें राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने बालावाला स्थित सरदार भगवान सिंह विश्वविद्यालय में आयोजित पहले दीक्षांत समारोह में कहीं।
दीक्षांत समारोह में विभिन्न विषयों में 944 छात्र-छात्राओं को डिग्री दी गई। इसके साथ ही 77 स्वर्ण और 34 रजत पदक दिया गया। राज्यपाल ने छात्र-छात्राओं को उपाधि देते हुए कहा कि वह ऐसे समय में एक नई यात्रा की शुरुआत कर रहे हैं, जब भारत एक विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हर क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल करने की आवश्यकता पर बल दिया। कहा कि देश की प्रगति में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। आज का युग क्वांटम कंप्यूटिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग का है। भारत इन क्षेत्रों में महत्वपूर्ण प्रगति कर रहा है।I
उत्तराखंड राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने भविष्य को आकार देने में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करते हुए विकसित हो रहे वैश्विक परिदृश्य में अनुकूलनशीलता, नैतिक नेतृत्व और निरंतर कौशल विकास के महत्व पर जोर दिया। विवि के कुलपति प्रो. डॉ. जे कुमार ने विश्वविद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की। इसके साथ ही विवि के अध्यक्ष डॉ. गौरव दीप सिंह ने कहा कि यह दीक्षांत समारोह ना केवल वर्षों की कड़ी मेहनत का परिणाम हैं, बल्कि एक नई यात्रा की शुरुआत का प्रतीक है। इस मौके पर गौरव भारती शिक्षा संस्थान के अध्यक्ष एसपी सिंह, हरिंदर पाल कौर, कर्नल इंदर सिंह भिंडर (सेनि), प्रो. अजायब सिंह बराड़, पूर्व विधायक एसपीएस सिबिया, रजिस्ट्रार डॉ. दीपक साहनी, डॉ. निधि बेलवाल आदि मौजूद रहे।(साभार एजेंसी)