(देहरादून)04फरवरी,2024.
सुविख्यात संत रामभद्राचार्य जी महाराज का दो दिन पहले अचानक स्वास्थ्य बिगड़ने पर उन्हैं देहरादून के बललूपुर स्थित एक निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। जहां पर उनका उपचार चल रहा है। उन्हें छाती में कंजेशन और सांस लेने में परेशानी थी। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री देहरादून के एक चिकित्सालय में भर्ती रामभद्राचार्य महाराज की कुशलक्षेम जानने पहुंचे। उन्होंने चिकित्सालय से यथा संभव उपचार का अनुरोध किया।मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि “पद्मविभूषण रामभद्राचार्य महाराज की जानने देहरादून के उस चिकित्सालय में पहुंचकर “पद्मविभूषण” तुलसी पीठाधीश्वर जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य महाराज जी का कुशलक्षेम जाना। इस मध्य मैंने चिकित्सकों से उनके उपचार सम्बंधित जानकारी प्राप्त की। बाबा केदार से महाराज जी के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूंँ।”
ध्यातव्य है कि स्वामी रामभद्राचार्य जी ने बिना नेत्रों के ही संसार और सृष्टि को देख अपना अद्वितीय जीवन जिया है। इस भूलोक को छोड़कर कर हर किसी को जाना है, लेकिन फिर भी ऐसे महान लोग हमारी जीवंत धरोहर होते हैं। ऐसे मनीषियों की आवश्यकता हर समय हर पल रहती है। स्वामी जी की गवाही ने ही श्री राम मंदिर निर्माण में नींव के पत्थर का कार्य किया है,भगवान बद्रीविशाल जी और श्री राम जी से प्रार्थना है की स्वामी जी के स्वास्थ्य की रक्षा करें।