(देहरादून )12अगस्त,2025.
उत्तरकाशी जनपद के ग्राम धराली में 5 अगस्त 2025 को आई आपदा के बाद राहत एवं बचाव कार्य लगातार युद्धस्तर पर जारी है। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में सेना, स्पेशल फोर्सेज, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आईटीबीपी, बीआरओ, विभिन्न केंद्रीय एवं राज्य एजेंसियां मिलकर अब तक 1056 से अधिक कर्मियों के साथ ऑपरेशन चला रही हैं।
रेस्क्यू में वायुसेना के चिनूक, एमआई, एएलएच हेलीकॉप्टर, UCADA और आर्मी के ALH व चीता हेलीकॉप्टर सहित कुल 356 sorties कर प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री पहुँचाई गई और लोगों को निकाला गया। अब तक कुल 1308 यात्री और स्थानीय लोगों का सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया गया है।
IG SDRF के नेतृत्व में धराली में Incident Commandant Post स्थापित कर सभी SAR एजेंसियों को सेक्टर में बाँटकर खोज और बचाव कार्य संचालित हो रहा है। खीरगाड़ का जलस्तर पुनः बढ़ने से प्रभावित लिंक पुलिया को दोबारा स्थापित किया गया है। धराली-मुखवा मुख्य झूला पुल के बेस को मजबूत करने के निर्देश दिए गए हैं और फिलहाल एक-एक कर सुरक्षित पार कराया जा रहा है।
मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, मुख्यमंत्री, सचिव गृह एवं सचिव आपदा प्रबंधन राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं। वरिष्ठ IAS और IPS अधिकारियों की चार विशेष टीमें मौके पर तैनात हैं।
भागीरथी के रुके जल प्रवाह से बनी झील में जल निकासी के लिए UJVNL, सिंचाई विभाग और SDRF की टीम ने लकड़ी के लट्ठों को हटाकर किनारे से चैनलाइजेशन का कार्य शुरू किया है। NDRF की दो OBM बोट हर्षिल पहुँच चुकी हैं। विशेषज्ञ संस्थानों ULMMC, Wadia Institute, CBRI Roorkee, GSI को आपदा के कारणों की जांच के लिए भेजा गया है। USAC को ऊँचाई वाली झीलों की मॉनिटरिंग हेतु सेंसर लगाने के निर्देश दिए गए हैं।
रेस्क्यू एजेंसियां GPR, थर्मल इमेजर, ड्रोन, LiDAR, VLC कैमरा, लाइव डिटेक्टर जैसे उपकरणों से लैस हैं। हर्षिल, धराली, मातली और उत्तरकाशी अस्पतालों में डॉक्टरों, विशेषज्ञों और ICU समेत 294 बेड की व्यवस्था है। अब तक मृतक संख्या 1 और लापता 68 (जिसमें 25 नेपाली मूल के) व्यक्तियों की सूची जारी की गई है।
परिवहन विभाग द्वारा 110 वाहन, 21 मशीनें (JCB, Excavator, Dozer, Tipper आदि) राहत कार्य में लगी हैं। आवश्यक सेवाएं बहाल हैं, बिजली-पानी और संचार व्यवस्था फिर से शुरू कर दी गई है। लिंचीगाड़ में वैली ब्रिज स्थापित कर आवागमन सुचारू किया गया है।
मुख्यमंत्री ने पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त मकान मालिकों को ₹5 लाख की तत्काल सहायता की घोषणा की है। प्रभावित परिवारों के पुनर्वास और आजीविका सुनिश्चित करने हेतु सचिव राजस्व की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति गठित की गई है। आपदा से निपटने के लिए उत्तरकाशी जिले को ₹20 करोड़ और पुनर्वास हेतु ₹5.50 करोड़ की धनराशि जारी की गई है।