( हरिद्वार )06 अगस्त, 2025.
देर शाम भीमगोड़ा रेलवे टनल व काली माता मंदिर के पास मनसा देवी की पहाड़ी का एक हिस्सा टूटकर नीचे आ गिरा। पहाड़ का हिस्सा गिरने से नीचे रेलवे ट्रैक पर बना लोहे का जाल भी टूट गया। इस दौरान तेज धमाके वाली आवाज आने से आसपास के दुकानदारों में अफरा-तफरी की स्थिति बन गई। मलबा ट्रैक पर आ गया, जिससे हरिद्वार-देहरादून-ऋषिकेश आने-जाने वाली ट्रेनें प्रभावित हो गई। मलबा साफ करने में पांच से छह घंटे का समय लग सकता है। ऐसे में दोनों तरफ से फिलहाल ट्रेनों को रोक दिया गया। पुलिस ने भीमगोडा और कांगड़ा घाट के पास बैरिकेड्स लगाकर आवाजाही रोक दी है।
घटना मंगलवार की शाम करीब साढ़े सात बजे की है। जब अचानक काली मंदिर भीमगोड़ा के पास पहाड़ का एक हिस्सा टूटकर नीचे गिर गया। रेलवे ट्रैक पर मलबा आने से रोकने के लिए बनाए गए लोहे के जाल पर जैसे ही पहाड़ का हिस्सा आकर गिरा तो तेज धमाके जैसी आवाज हुई। इसके बाद दुकानदारों में भगदड़ की स्थिति बन गई। मलबा ट्रैक पर आ गया और हरिद्वार की तरफ आ रही ट्रेन को भीमगोड़ा में पहले ही रोक दिया गया। सूचना मिलते ही शहर कोतवाली प्रभारी रितेश शाह टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। एहतियातन भीमगोड़ा बैरियर और कांगड़ा घाट के पास बैरिकेडिंग लगाते हुए आवाजाही को बंद कर दिया गया। आसपास की दुकानों को भी सुरक्षा के लिहाज से बंद करा दिया गया।
हादसे के बाद रेलवे की टीमें भी मौके पर पहुंच गई। अब मशीनों को बुलाकर पहले जाल काटकर फिर मलबा हटाने का कार्य शुरू किया जाएगा। ऐसे में देहरादून, ऋषिकेश जाने वाली ट्रेनों को हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर ही रोका जाएगा। उधर से हरिद्वार आने वाली ट्रेनें मोतीचूर स्टेशन पर ही रोकनी पड़ेंगी। इस संबंध में रेलवे के अधिकारियों से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन नहीं हो सका।
बाल-बाल बचे बाइक सवार तीन व्यक्ति:
भीमगोड़ा काली मंदिर के पास पहाड़ का हिस्सा टूटकर जब नीचे गिरा तो सड़क पर भी काफी पत्थर-मलबा आकर गिर गया। उस वक्त यहां से एक बाइक पर सवार होकर गुजर रहे तीन व्यक्ति भी बाल-बाल बच गए। मलबा गिरते ही बाइक सवार नीचे गिर गए। गनीमत ये रही कि बाइक नीचे गिरते ही तीनों एक दम से उठ गए और पत्थर, मलबा उनके बिल्कुल किनारे आकर गिरा। मामूली सा भी अगर वे पीछे होते तो अनहोनी हो सकती थी। इस पूरे वाक्या का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है।
तीन दिन में 100 से ज्यादा ट्रेनें हुई थी प्रभावित:
साल 2023 में भी बरसात के दिनों में भारी बारिश के चलते भीमगोड़ा टनल के पास पहाड़ी से मलबा ट्रैक पर आकर गिर गया था। तीन दिन तक ये सिलसिला चला था। ऐसे में तीन दिन के अंदर 100 से ज्यादा ट्रेनें प्रभावित हुई थी। इसके बाद 2024 में पहाड़ से मलबा ट्रैक पर गिरने से रोकने के लिए लोहे के गार्डर लगाकर कुछ किलोमीटर लंबा जाल तैयार किया गया था। मंगलवार को जब पहाड़ी का हिस्सा टूटकर नीचे गिरा तो ये जाल टूट गया।
छह ट्रेनें प्रभावित और सात शॉर्ट टर्मिनेट की गई:
भीमगोड़ा काली मंदिर के पास पहाड़ का हिस्सा टूटकर गिरने से ट्रैक बाधित हो गया। ट्रैक पर मलबा आ जाने से सात ट्रेनों को शॉर्ट टर्मिनेटड कर दिया गया जबकि छह ट्रेनों का संचालन प्रभावित हुआ है। ऐसे में हरिद्वार, देहरादून, ऋषिकेश और आसपास के क्षेत्रों से गुजरने वाली इन ट्रेनों का संचालन प्रभावित होने से यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ी।
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, ट्रेन संख्या 12369 कुंभ एक्सप्रेस, 12370 कुंभ एक्सप्रेस, 04318 देहरादून इंदौर स्पेशल, 04317 इंदौर देहरादून स्पेशल, 12055 देहरादून नई दिल्ली जन शताब्दी, 54341 सहारनपुर देहरादून पैसेंजर, 54484 ऋषिकेश हरिद्वार पैसेंजर को शॉर्ट टर्मिनेटेड किया गया है। वहीं, 12051 जन शताब्दी एक्सप्रेस, 22457 वंदे भारत एक्सप्रेस, 19610 योगनगरी ऋषिकेश उदयपुर सीटी एक्सप्रेस, 15120 जनता एक्सप्रेस, 14631 देहरादून अमृतसर एक्सप्रेस, 14887 ऋषिकेश बाड़मेर एक्सप्रेस का संचालन प्रभावित हुआ।(साभार एजेंसी)