कलाकारों को घर पर ही मिलेगा अभिनय का मौका,”शूटिंग विलेज” कॉन्सेप्ट का शुभारंभ

Uttarakhand News

(पिथौरागढ़) 09जून,2025.

उत्तराखंड लगातार फिल्म शूटिंग का हब बनता जा रहा है। उत्तराखंड की सुंदरता फिल्म निर्माताओं, निर्देशकों को खूब भा रही है। पिछले दो दशकों में दर्जनों फिल्मों की शूटिंग मसूरी, देहरादून, नैनीताल, पिथौरागढ़, बेरीनाग, मुन्स्यारी, चौकोड़ी, अल्मोड़ा, रामनगर सहित कई क्षेत्रों में हुई है।

पाभैं ग्राम में शूटिंग विलेज के कॉन्सेप्ट का शुभारंभ:
उत्तराखंड सरकार की फिल्म नीति 2024 की वजह से उत्तराखंड बेस्ट फिल्म डेस्टिनेशन बन चुका है।इसी प्रयास को आगे बढ़ाते हुए प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता हेमंत पांडेय ने पिथौरागढ़ के पाभैं ग्राम में शूटिंग विलेज के कॉन्सेप्ट का शुभारंभ किया। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के प्रयासों से कई फिल्मों का निर्माण उत्तराखंड में हो रहा है।इसकी वजह से यहां के स्थानीय कलाकारों और तकनीशियनों को भी फायदा मिल रहा है।उत्तराखंड की स्थानीय फिल्मों को बढ़ावा मिल रहा है।

उत्तराखंड का शूटिंग विलेज पाभैं:
खूबसूरत गांव बनेंगे शूटिंग विलेज: बॉलीवुड अभिनेता हेमंत पांडे ने बताया कि-

इसी तरह से राज्य के अन्य जनपद के ग्रामों को भी फिल्म सर्किट शूटिंग विलेज से जोड़ते हुए राज्य के खूबसूरत गांवों को शूटिंग विलेज बनाया जाएगा. फिल्म प्रोडक्शन के लिए विभिन्न सुविधाएं भी उपलब्ध की जाएंगी. इससे फिल्मों की शूटिंग को और बढ़ावा मिलेगा और उत्तराखंड में पर्यटन की गतिविधियों में इजाफा होने के साथ ही स्थानीय लोगो एवं कलाकारों के लिए रोजगार के अवसर भी खुलेंगे.
-हेमंत पांडे, अभिनेता-

हेमंत पांडे ने सीएम धामी का आभार जताया: अभिनेता हेमंत पांडे ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार व्यक्त किया कि फिल्म नीति 2024 ने राज्य में फिल्म शूटिंग के लिए एक बेहतरीन माहौल बनाया हुआ है. उन्होंने उम्मीद जताई कि शूटिंग विलेज से इसे और बढ़ावा मिलेगा।

हेमंत पांडे ने पिथौरागढ़ के पाभैं में शूटिंग विलेज कॉन्सेप्ट का शुभारंभ किया:
बता दें कि सूचना एवं लोक सम्पर्क विभाग उत्तराखंड द्वारा फिल्म नीति 2024 के प्रावधानों के चलते बड़ी संख्या में फिल्म निर्माता उत्तराखंड का रुख कर रहे हैं. इससे जहां उन्हें कई तरह की सहूलियतें मिल रही है, वहीं अलग-अलग स्तरों पर सब्सिडी का लाभ भी मिल रहा है। आंचलिक फिल्मों के निर्माण और स्थानीय कलाकारों को शामिल करने पर अतिरिक्त सब्सिडी दी जा रही है. यही कारण है कि उत्तराखंड आज फिल्म निर्माण के बेस्ट डेस्टिनेशन के रूप में उभर रहा है।

उत्तराखंड सरकार फिल्म निर्माण के लिए दे रही सब्सिडी: हिन्दी और आठवीं अनुसूची की भाषाओं में बनने वाली फिल्मों के प्रोडक्शन पर राज्य में खर्च की गई धनराशि का अधिकतम 30 फीसदी या तीन करोड़ तक की सब्सिडी देने का प्रावधान है।गढ़वाली, कुमाऊंनी और जौनसारी फिल्मों में मिलने वाली सब्सिडी को 25 लाख से बढ़ाकर दो करोड़ तक किया गया है. साथ ही फिल्म सिटी के निर्माण की भी योजना है।(साभार एजेंसी)

Share it

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *