“स्वास्थ्य पखवाड़ा” का आयोजन एवं शिविरों की स्थापना

Uttarakhand News

(देहरादून )08सितम्बर,2025.

उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस (17 सितम्बर) से लेकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती (2 अक्टूबर) तक पूरे प्रदेश में “स्वास्थ्य पखवाड़ा” आयोजित करने की तैयारियां तेज कर दी हैं। इसको लेकर स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने राज्य सचिवालय में विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर तैयारियों की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए।

स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में सरकार का लक्ष्य आम जनता तक गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं पहुँचाना है। पखवाड़े के दौरान प्रदेशभर में मेडिकल कॉलेजों, जिला अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और उप केंद्रों में नि:शुल्क शिविर लगाए जाएंगे। इन शिविरों में मरीजों को जांच, परामर्श और दवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। साथ ही वृहद रक्तदान शिविर भी आयोजित होंगे, जिनमें आम नागरिकों, जनप्रतिनिधियों और छात्र-छात्राओं को भागीदारी के लिए प्रेरित किया जाएगा।

प्रदेशभर में लगेंगे 4604 शिविर

बैठक में जानकारी दी गई कि राज्यभर में कुल 4604 स्वास्थ्य शिविर आयोजित होंगे। इनमें—

अल्मोड़ा – 522

बागेश्वर – 109

चमोली – 206

चम्पावत – 120

देहरादून – 425

हरिद्वार – 367

नैनीताल – 367

पिथौरागढ़ – 679

पौड़ी – 573

रुद्रप्रयाग – 239

टिहरी – 533

ऊधमसिंह नगर – 256

उत्तरकाशी – 208

इन शिविरों में गर्भवती महिलाओं, टीबी मरीजों और गंभीर बीमारियों से पीड़ित रोगियों को विशेष परामर्श उपलब्ध कराया जाएगा। साथ ही केंद्र व राज्य सरकार द्वारा संचालित सभी स्वास्थ्य योजनाओं की जानकारी भी दी जाएगी।

बैठक में लिए गए प्रमुख निर्णय

ब्लड डोनेशन कैंप – हर शिविर में रक्तदान शिविर आयोजित होगा, जिसकी रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी।

मेडिकल कॉलेज स्तर पर आयोजन – मेडिकल छात्रों और चिकित्सकों को रक्तदान शिविरों में जोड़ा जाएगा।

हेल्थ डेस्क – प्रमुख चिकित्सा संस्थानों व जिला अस्पतालों में हेल्थ डेस्क स्थापित होंगे।

एसओपी तैयार करना – विभाग जल्द ही मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) जारी करेगा।

विशेषज्ञ शिविर – CHC स्तर तक हृदय रोग, मधुमेह, प्रसूति, बाल रोग आदि के विशेषज्ञ परामर्श उपलब्ध होंगे।

अन्य विभागों से समन्वय – स्वास्थ्य पखवाड़ा सफल बनाने के लिए विभिन्न विभागों की जिम्मेदारियां तय की जाएंगी।

फूड एवं ड्रग कंट्रोलर का सहयोग – दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता और गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।

निजी संस्थानों की भागीदारी – निजी मेडिकल व नर्सिंग कॉलेजों को भी अभियान में जोड़ा जाएगा।

विशेषज्ञ चिकित्सकों की ड्यूटी – मेडिकल कॉलेजों के डॉक्टरों की ड्यूटी शिविरों में लगाई जाएगी।

निक्षय मित्र पहल – जनप्रतिनिधियों को निक्षय मित्र बनाकर जनता को स्वास्थ्य सेवाओं से जोड़ा जाएगा।

अंत में स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री धामी और स्वास्थ्य मंत्री के नेतृत्व में प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं लगातार मजबूत हो रही हैं। “स्वास्थ्य पखवाड़ा” न केवल लोगों के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं का अवसर है, बल्कि एक जनजागरण अभियान भी साबित होगा, जो स्वस्थ उत्तराखंड की दिशा में बड़ा कदम है।

समीक्षा बैठक में मिशन निदेशक एनएचएम मनुज गोयल, उपसचिव जसबिन्दर कौर, डॉ. जेएस चुफाल, डॉ. अमित शुक्ला, डॉ. कुलदीप मार्तोलिया और डॉ. सौरभ सिंह उपस्थित रहे।

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